Life Insurance: कब खरीदें पहली लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी और किन बातों का रखें ध्यान
लाइफ इंश्योरेंस आपके साथ-साथ आपके परिवार के भी काम आता है. अगर कोई परिवार का एकमात्र कमाने वाला शख्स है तो उसके जाने के बाद लाइफ इंश्योरेंस उस पर निर्भर लोगों को कुछ हद तक वित्तीय तौर पर राहत दे सकती है.
किसे होती है इंश्योरेंस पॉलिसी की जरूरत
चाहे आप सिंगल हों या शादीशुदा, अगर आपके परिवार के लोग आपकी इनकम पर निर्भर हैं तो आपको इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए अप्लाई करना चाहिए. अगर कभी ऐसा वक्त आ गया, जब थोड़े समय के लिए ही सही लेकिन आपकी इनकम बंद हो गई तो आपका परिवार कैसे गुजारा करेगा. ऐसे में लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी काम आ सकती है.
यह टैक्स बेनिफिट भी देती है क्योंकि इसका प्रीमियम आपको इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी के तहत टैक्स से छूट दिलाता है. लेकिन केवल टैक्स सेविंग के चलते इंश्योरेंस पॉलिसी नहीं लेनी चाहिए. आपका इसे लेना का पहला उद्देश्य अपने परिवार को फाइनेंशियल प्रोटेक्शन उपलब्ध कराना होना चाहिए.
अगर न हो कोई निर्भर क्या तब भी है जरूरत?
अगर आप पर परिवार का कोई भी सदस्य निर्भर नहीं है तो भी आपको अपने हित के लिए लाइफ इंश्योरेंस ले लेना चाहिए. यह कैसे काम आ सकती है, इसे उदाहरण से समझें. अगर आप पर कोई कर्ज है और उसे चुकाने से पहले ही आप मर जाते हैं तो आपके जाने के बाद कर्ज का बोझ आपके परिवार या वंशज पर आ जाएगा. ऐसे में लाइफ इंश्योरेंस की रकम आपका कर्ज चुकाने में काम आएगी.
पहली पॉलिसी टर्म इंश्योरेंस की क्यों हो?
टर्म प्लान कम प्रीमियम पर भी अच्छा कवरेज देता है. यह उनके लिए काफी अफोर्डेबल आॅप्शन है, जिनका बजट कम है. टर्म प्लान केवल रिस्क कवरेज देता है. चूंकि आपके सभी प्रीमियम केवल इंश्योरेंस के लिए होते हैं, इसलिए आप पर निर्भर लोगों को आपके न रहने पर उचित फाइनेंशियल कवरेज मिलता है.
इसे एक उदाहरण से समझें. एक 25 साल का शख्स हर माह केवल 300 से 800 रुपये देकर 60 साल की उम्र तक 50 लाख रुपये तक का लाइफ इंश्योरेंस कवरेज पा सकता है. इतना कम प्रीमियम किसी भी तरह से आपके फाइनेंसेज को प्रभावित नहीं कर सकता लेकिन हां आपके परिवारीजनों को सुरक्षा जरूर उपलब्ध करा सकता है.